Homequotes मेरे खंडहरी मकान byShikha Bhardwaj -August 21, 2021 0 मेरे खंडहरी मकान मेरे खंडहरी मकान मेरे खंडहरी मकान में,आजकल मेरे अल्फ़ाज़ कम, तुम्हारी यादें ज़्यादा शोर करने लगी हैं।ख़्वाहिशों का छत तो तुम साथ ही ले गए, देखें अब इस नीव की उम्र कितनी बची है।✍️Shikha Bhardwaj❣️ Tags quotes video कविता शायरी Facebook Twitter