Jindgi_जिंदगी

Aparichita कुछ अपने, कुछ पराए, कुछ अंजाने अज़नबी के दिल तक पहुँचने का सफर। aparichita इसमें लिखे अल्फ़ाज़ अमर रहेंगे, मैं रहूं न रहूं, उम्मीद है, दिल के बिखड़े टुकड़ो को संभालने का सफर जरूर आसान करेगी। aparichita, इसमें कुछ अपने, कुछ अपनो के जज़बात की कहानी, उम्मीद है आपके भी दिल तक जाएगी।

#जिंदगी


 #Jindgi 

Jindgi 


जिंदगी

बहुत फुर्सत से सोचते हो तुम।
क्यूँ भला? दोपहर तो हो चुकी है,
अब क्या, जिंदगी की शाम करोगे ?

✍️Shikha Bhardwaj


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