अब जीने में जो जिंदगी बची है......
उनकी यादें हैं... जो रख ली है मैंने...
अब जीने में जो जिंदगी बची है......
उनकी यादें हैं... जो रख ली है मैंने...
क्या जानें ईश्क़ था कि क्या था...
पर अब जब वो नही है...
बस जिंदगी की जर्द रख ली है मैंने....
वो था जो मेरा अपनो में कोई ख़ास था....
अब जो है बस साँसे उधार की रख ली है मैंने।
अब जो भी है बस निभानी है....
ख़ुशी तो बस ख़यालो में कैद रख ली है मैंने।
कभी प्यार,और ईश्क़ जो था दिल से था
अब दिलों की महफ़िल में भी...
दिमाग की बाज़ार लगा ली हमनें।
क़हक़हे गुज़रे जमाने की बात हुई....
अब खामोशियों की बाज़ार लगा ली हमने।
अभी जीने के सफऱ में हैं.....
कुछ रवायतें अधूरे हैं...
फ़िलहाल!!!ख़्वाब में ख़ाक से मिलने की
ताबीर बना ली हमने।
वो जो सभी अपने थे.... अपने ही हैं
कोई हमदर्द भी मिलेगा.…..
उस शीशमहल को.....
अपने ही हाथों चूर कर ली है हमनें।
अब मैं हूँ और मेरी ख़ामोश कहानी है
बस उसी को बाबस्ता पढ़ने की.…..
जिंदगानी बना ली हमनें।
#जिंदगी_jindgi
Aparichita हरदम हरवक्त आपके साथ है। Aparichita कुछ अपने, कुछ पराए, कुछ अंजाने अज़नबी के दिल तक पहुँचने का सफर। aparichita इसमें लिखे अल्फ़ाज़ अमर रहेंगे, मैं रहूं न रहूं, उम्मीद है, दिल के बिखड़े टुकड़ो को संभालने का सफर जरूर आसान करेगी। aparichita, इसमें कुछ अपने, कुछ अपनो के जज़बात की कहानी, उम्मीद है आपके भी दिल तक जाएगी।
✍️ Shikha Bhardwaj❣️